प्रयागराज ( इलाहाबाद ) के 15 प्रसिद्ध मंदिर Famous Temple in Prayagraj 2025

प्रयागराज ( इलाहाबाद ) के 15 प्रसिद्ध मंदिर प्रयागराज इलाहाबाद भारत के उत्तर प्रदेश राज्य का सबसे प्रमुख तीर्थ स्थल है जो अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है प्रयागराज ( पुराना नाम इलाहाबाद ) में बहुत सारे मंदिर है इसलिए प्रयागराज को तीर्थ नगरी भी कहा जाता है यह तीर्थ स्थान मंदिर धार्मिक और ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण है यहां पर गंगा जमुना सरस्वती तीनों नदियों का मिलन हुआ है इसलिए इसे संगम भी कहते हैं यहां पर हम प्रयागराज के प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में बात करेंगे।

प्रयागराज के प्रमुख मंदिर

  1. श्री वेणी माधव मंदिर
  2. हनुमान मंदिर ( पातालपुरी मंदिर )
  3. मनकामेश्वर मंदिर
  4. लक्ष्मी नारायण मंदिर ( आनंद भवन क्षेत्र )
  5. श्री आलोप शंकरी देवी मंदिर
  6. काशी विश्वनाथ मंदिर
  7. शंकर विमान मंडपम मंदिर
  8. इस्कॉन मंदिर
  9. श्री अखिलेश्वर महादेव
  10. भारद्वाज आश्रम
  11. नाग वासुकी मंदिर
  12. कल्याणी देवी मंदिर
  13. लेटे हुए संकट मोचन हनुमान मंदिर
  14. अक्षय वट मंदिर
  15. सोमेश्वर महादेव मंदिर
Famous Temple in Prayagraj 2025
Famous Temple in Prayagraj 2025

1. श्री वेणी माधव मंदिर प्रयागराज

यह मंदिर उत्तर प्रदेश प्रयागराज के दारागंज की तंग गलियों में स्थित है प्रयागराज में सबसे पुराना मंदिर श्रीवेणी माधव मंदिर यह भगवान विष्णु के 108 दिव्या शीशम पवित्र स्थलों में से एक मंदिर है इस मंदिर की ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर की स्थापना महर्षि वेदव्यास ने की थी इस मंदिर में भगवान विष्णु की प्रतिदिन पूजा होती है और इसे वेणी माधव के नाम से भी जाना जाता है इस मंदिर में हजारों श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं  प्रयागराज में श्री विष्णु के पवित्र संगम त्रिवेणी संगम गंगा यमुना और सरस्वती है। श्री वेणी माधव के दर्शन के बिना प्रयागराज की यात्रा एवं यहां पर होने वाली पंचकोसी परिक्रमा को पूरा नहीं माना जाता है।

 

2. लेटे हुए हनुमान मंदिर

प्रयागराज में लेटे हुए हनुमान मंदिर एक धार्मिक स्थल है यह भारत के अनोखे मंदिर में से एक हैं यह मंदिर त्रिवेणी संगम के पास स्थित है जहां पर गंगा यमुना और अदृश्य सरस्वती नदियों का संगम होता है इस मंदिर में हनुमानजी लेटे हुए मुद्रा में है जो सभी मंदिरों से अद्वितीय और आकर्षक हैं हनुमान जी की मूर्ति की लंबाई 20 फिट है यहां पर प्रत्येक वर्ष गंगा मैया संगम का पानी सबसे पहले हनुमान जी मूर्ति को छूता हैं तो प्रयागराज में भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती है इस मंदिर का संचालन बाघम्बरी मठ संस्था करती हैं प्रत्येक दिन यहाँ हजारों भक्त दर्शन करने के लिए आते हैं मंगलवार शनिवार और हनुमान जयंती के दिन को यहां पर ज्यादा भीड़ रहती हैं पौराणिक मान्यता है कि जब भगवान राम ने लंका से लौटते समय हनुमान जी को आशीर्वाद दिया था तब वह आराम करने के लिए यहां पर लेट गए कुछ कथाओ के अनुसार यह मूर्ति कालांतर में चमत्कारिक घटना के करण यहां प्रकट हुई।

3. मनकामेश्वर मंदिर

मनकामेश्वर मंदिर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में यह एक प्राचीन मंदिर है यह मंदिर त्रिवेणी संगम के पास स्थित है

जिसमें भगवान शिव की विशाल शिवलिंग की पूजा होती है जो भी भक्त सच्चे मन से यहां पर पूजा करता है उसकी मनोकामना पूर्ण होती है इस मंदिर में महाशिवरात्रि और श्रावण महीने में विशेष रूप से पूजा होती है।

4. लक्ष्मी नारायण मंदिर ( आनंद भवन क्षेत्र )

यह मंदिर प्रयागराज में स्थित है लक्ष्मी नारायण मंदिर जिसे बिरला मंदिर के नाम से भी जाना जाता है इस मंदिर में धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु विराजमान है।

5. श्री आलोक शंकरी देवी मंदिर

श्री आलोक शंकर देवी मंदिर प्रयागराज उत्तर प्रदेश में एक धार्मिक स्थल है इस मंदिर में शंकरी देवी की पूजा होती है विशेष तौर पर यह मंदिर आकर्षण का केंद्र है जहां पूजा अर्चना कर श्रद्धालु देवी से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

6. काशी विश्वनाथ मंदिर

काशी विश्वनाथ मंदिर मुख्य रूप से वाराणसी में त्रिवेणी संगम में स्थित एक प्रसिद्ध मंदिर है हर साल को श्रद्धालु यहां पर दर्शन करने आते हैं इस मंदिर में भगवान शिव की पूजा अर्चना की जाती है यह मंदिर 12 ज्योतिर्लिंग मंदिरों में से एक है इस मंदिर में दर्शन के लिए आदि शंकराचार्य गोस्वामी तुलसीदास और संत एकनाथ भी आए थे।

7. शंकर विमान मंडपम मंदिर

यह भव्य मंदिर त्रिवेणी संगम के तट पर स्थित है यह मंदिर  शंकराचार्य चंद्रसेखरेंद्र सरस्वती की सहमति पर बनाया गया शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती द्वारा इसका उद्घाटन किया गया यह मंदिर द्रविड़ वास्तुकला शैली से बना हुआ है इस मंदिर में कामाक्षी देवी, भगवान बालाजी और भगवान शिव की मूर्तियां विराजित है यह मंदिर 100 फीट ऊंचा मंदिर है।

8. इस्कॉन मंदिर

यह मंदिर प्रयागराज में यमुना नदी के किनारे स्थित है मंदिर के बाहर एक छोटा सा परिसर बना हुआ है जिसमें भक्तों के लिए धर्मशाला बनाई हुई है और साथ में गायों के लिए गौशाला भी हैं मंदिर का वातावरण बेहद ही सौंदर्य और शांतिपूर्ण है यह मंदिर हर समय खुला रहता है भक्त यहां पर किसी भी समय दर्शन करने आ सकते हैं

9. श्री अखिलेश्वर महादेव

यह मंदिर चिन्मय मिशन द्वारा स्थापित एक रहस्य से भरा हुआ स्थल है प्रयागराज में स्थित श्री अखिलेश्वर महादेव मंदिर ही है जहां हर कोई भगवान शिव से अपनी इच्छा पूरी करने के लिए प्रार्थना करता है इस मंदिर में अद्वितीय प्रतिमाएं हैं महाकुंभ के दौरान यह मंदिर एक विशेष स्थल बन जाता है

10. भारद्वाज आश्रम

भारद्वाज आश्रम कॉलोनगंज इलाके में स्थित है इस आश्रम में ऋषि भारद्वाज ने भारद्वाजेश्वर महादेव का शिवलिंग स्थापित किया था इस आश्रम में बहुत सारी मूर्तियां स्थापित है जिसमें प्रमुख मूर्ति राम लक्ष्मण, महिषासुरमर्दिनी, सूर्य, शेषनाग, नर वराह जैसी सैकड़ो मूर्तियां हैं भारद्वाज आश्रम गुरुकुल यह शिक्षा का केंद्र था जहां आश्रम में ज्ञानी ऋषि मुनियों ने विद्या ग्रहण की। साथी ही भारद्वाज वाल्मीकि के शिष्य थे भगवान राम वनवास के समय ऋषि भारद्वाज के आश्रम में उनका आशीर्वाद लेने आए थे इस आश्रम में प्राकृतिक और आध्यात्मिक शांत वातावरण का अनुभव प्राप्त होता है।

11. नाग वासुकी मंदिर

यह मंदिर प्रयागराज के संगम के उत्तर में गंगा नदी के तट पर दारागंज इलाके के उत्तरी कोने में स्थित है इस प्रसिद्ध मंदिर में नागराज गणेश जी पार्वती जी और भीष्म पितामह की मूर्तियां विराजमान है और साथ ही परिसर में एक शिव मंदिर भी हैं। नाग वासुकी को नागों का राजा माना जाता है यहां पर नाग पंचमी के दिन मेला लगता है इस दिन भक्ति पूरी श्रद्धा से नाग वासुकी मंदिर में दूध और जल चढ़कर अपने कुल की रक्षा के लिए प्रार्थना करते हैं

12. कल्याणी देवी मंदिर

यह यमुना की देवी कल्याणी देवी का मंदिर है इस मंदिर में 20वीं सदी में निर्मित देवी और भगवान शंकर की मूर्ति विराजमान है

13. पातालपुरी मंदिर

पातालपुरी मंदिर इलाहाबाद प्रयागराज में स्थित एक प्रसिद्ध और ऐतिहासिक धार्मिक स्थल है जो त्रिवेणी संगम के पास स्थित है इस मंदिर के परिसर में प्राचीन बरगद का पेड़ है जिसे पातालपुरी पेड़ भी कहा जाता है प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु इस पेड़ की पूजा और दर्शन करने के लिए आते हैं

14. अक्षय वट मंदिर

यह मंदिर त्रिवेणी तट के पास अकबर किले में  स्थित है अक्षय वट वृक्ष 300 वर्ष पुराना है अक्षय वट वह स्थान है जहां पर पांडवों ने स्वर्ग जाने से पहले उपासना की थी अक्षय वट मंदिर में श्रद्धालु दूर-दूर से दर्शन के लिए आते हैं

15. सोमेश्वर महादेव मंदिर

सोमेश्वर नाथ मंदिर प्रयागराज के यमुना तट पर अरैल गांव में भगवान शिव का मंदिर स्थित है यह एक प्राचीन शिव मंदिर है

FAQ

  1. प्रयागराज(  इलाहाबाद ) में सबसे पुराना मंदिर कौन सा है

Ans. इलाहाबाद में सबसे पुराना मंदिर श्री वेणी माधव मंदिर है

  1. ऋषि भारद्वाज का आश्रम कहां है

ऋषि भारद्वाज आश्रम कर्नलगंज प्रयागराज इलाहाबाद में स्थित है

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