Ram Mandir History In Hindi : जानिए क्या है राम मंदिर का इतिहास, शुरू में किसने बनाया, 1850 से 2024

Ram Mandir History In Hindi  जानिए क्या है राम मंदिर का इतिहास, शुरू में किसने बनाया, 1850 से 2024 अयोध्या नगरी को भगवान श्री राम के पूर्वज विवस्वान यानि सूर्यपुत्र वैवस्वन मनु द्वारा बसाया गया था लेकिन भगवान श्री राम के जल समाधि लेने के बाद अयोध्या कुछ समय के लिए उजाड़ हो गई थी कहा जाता है कि भगवान श्री राम के पुत्र कुश ने फिर से अयोध्या का पुनर्निर्माण कराया और इसके बाद सूर्यवंश की अगली 44 पीढ़ियो तक इसका अस्तित्व चरम पर रहा। इसके बाद महाभारत काल में हुऐ युद्ध के बाद अयोध्या फिर से उजाड़ हो गई। भव्य राम मंदिर तोड़ मस्जिद बनवाई गई। लेकिन प्रभु श्री राम की जन्मभूमि कभी नष्ट न हो सके। अयोध्या नगरी का इतिहास त्रेता युग से भी पुराना है। अयोध्या स्थित भगवान श्री राम जन्मभूमि मंदिर का पूरा इतिहास शब्दों में संवेदना किसी के लिए संभव नहीं है

अयोध्या उत्तर प्रदेश में सरयू नदी के किनारे स्थित एक प्राचीन नगर है। हिंदू मान्यता के अनुसार सदियों से भगवान राम की जन्म भूमि माना जाता है। अयोध्या राम मंदिर जो एक धार्मिक आस्था का प्रतीक है, यह हिंदू धर्म में भगवान राम के आदर्श जीवन और शिक्षाओं को सम्मान देने का प्रमुख स्थान है।

 

Ram Mandir History In Hindi राम मंदिर का प्राचीन इतिहास 

 

हिंदू धर्म के अलग-अलग ग्रंथो में जैसे रामायण, वेद, पुराण में अयोध्या का उल्लेख किया जाता है, जिसमें भगवान राम की जन्म भूमि अयोध्या बताया गया है। जिस स्थान पर राम का जन्म हुआ था वहां पर सदियों पुराना भगवान राम का प्राचीन मंदिर हिंदू धर्म की आस्था का प्रतीक है।

 

मध्यकाल का इतिहास ( मंदिर का विध्वंस )

Ram Mandir History In Hindi अयोध्या में मुगल शासन काल के समय 16 वीं सदी में बाबर के सेनापति मीर बाकी ने राम मंदिर को तोड़कर वहां बाबर के आदेश से एक मस्जिद का निर्माण करवाया था। जिसे बाबरी मस्जिद कहा जाता था। तब से यह स्थान पूरी तरह से विवादित केंद्र बन गया। इस मस्जिद के बनने से हिंदू और मुस्लिम समुदाय के बीच विवाद उत्पन्न हुआ और यह विवाद सदियों तक चला आ रहा था।

आधुनिक काल ( मंदिर का विवाद )

1850 में अयोध्या में इस जगह को लेकर बहुत बड़ा विवाद हुआ जिसमें हिंदू और मुसलमान समुदाय के लोग इस स्थान पर धार्मिक दावा करने लगे उस समय यह विवाद बहुत बढ़ गया था।

 

1949 में यह विवाद इतना बढ़ गया कि भारत सरकार द्वारा मंदिर के गर्भ गृह को बंद कर इस स्थान को पूरी तरह से सील कर दिया गया था।

 

1986 में कानूनी कार्यवाही और आंदोलन द्वारा हिंदू भक्तों को मंदिर में पूजा के लिए अनुमति प्रदान की गई।

 

1992 में बाबरी मस्जिद को तोड़ दिया, जिससे पूरे देश में हिंसक प्रवृत्ति जागृत हुई और धार्मिक और राजनीतिक विवाद तेज हो गया।

 

2002 में अयोध्या राम मंदिर के लिए कई जन आंदोलन हुए और सुप्रीम कोर्ट में इस विवाद को लेकर कई वर्षों तक सुनवाई चलती रही।

 

राम जन्मभूमि अयोध्या सुप्रीम कोर्ट का फैसला 2019

नवंबर 2019 अयोध्या राम जन्मभूमि पर भारत के सर्वोच्च न्यायालय (सुप्रीम कोर्ट) ने 9 नवंबर 2019 को फैसला सुनाया जिसमें जो विवाहित भूमि थी वह राम मंदिर निर्माण के लिए सौपी गई और मुस्लिम समुदाय को अलग से 5 एकड़ जमीन दी गई।

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद केंद्र सरकार ने मंदिर बनवाने के लिए राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन किया और पुनः राम मंदिर का निर्माण किया गया।

 

राम मंदिर का पुनर्निर्माण

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा 5 अगस्त 2020 में अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन कर मंदिर के निर्माण कार्य का शुभारंभ किया जो 2024 में अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनकर तैयार हुआ।

अयोध्या राम मंदिर की स्थापना 

22 जनवरी 2024 अयोध्या राम मंदिर की वह एक ऐसी ऐतिहासिक तारीख है जब भव्य राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई उसके बाद विधि-विधान से पूजा कर भगवान रामलला की आरती हुई। 23 जनवरी 2024 को पूरी तरह से यह मंदिर आम जनता के दर्शन के लिए खुल गया। उस दिन से अयोध्या राम मंदिर के दर्शन करने के लिए हजारों श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं और रामलला का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

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राम मंदिर से जुड़ी खास बातें

 

  • अयोध्या राम मंदिर का डिजाइन प्राचीन नागर शैली में बना हुआ जिसे भारतीय वास्तुकला की अद्भुत झलक दिखती है।

 

  • भव्य राम मंदिर गुलाबी बलुआ पत्थरों से बनाया गया, जो पूरी तरह से आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।

 

  • यह मंदिर तीन मंजिला बनाया गया जिसकी ऊंचाई 161 फिट है।

 

  • मंदिर में कुल 392 खंबे हैं और 44 द्वार बनाए गए हैं।

 

  • मंदिर के गर्भ गृह में भगवान राम की दिव्य मूर्ति (श्री राम लला सरकार का विग्रह) बाल रूप में प्रतिष्ठित है।

 

  • अयोध्या राम मंदिर का पूरा परिसर लगभग 67 एकड़ में फैला हुआ है।

 

यह मंदिर मर्यादा पुरुषोत्तम राम भगवान के जन्म स्थल पर बनाया गया। जिसे हिंदू धर्म में मर्यादा पुरुषोत्तम कहा गया है। राम मंदिर केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक नहीं है बल्कि यह भारतीय संस्कृति की अद्वितीय धरोहर हैं। अयोध्या राम मंदिर ने पूरे विश्व में भारत को एक नई पहचान दी है।

राम मंदिर के अलावा अयोध्या में प्रमुख दर्शनीय स्थल

  • कनक भवन मंदिर अयोध्या
  • हनुमान गढ़ी मंदिर अयोध्या
  • गुलाब बाड़ी अयोध्या
  • नागेश्वर मंदिर अयोध्या
  • त्रेता के ठाकुर मंदिर, अयोध्या
  • सीता की रसोई, अयोध्या
  • तुलसी स्मारक भवन (संग्रहालय) अयोध्या
  • छोटी छावनी, अयोध्या
  • राम कथा पार्क (संग्रहालय) अयोध्या
  • मणि पर्वत, अयोध्या
  • लक्ष्मण घाट, अयोध्या
  • विजय राघव मंदिर, अयोध्या
  • दशरथ महल, अयोध्या

 

FAQ

Q 1. अयोध्या का पुराना नाम क्या था?

Ans. अयोध्या का  पुराना नाम कौशल देश था।

Q 2. अयोध्या में प्रसिद्ध क्या है? 

Ans. अयोध्या नगरी में भगवान श्री राम की जन्मस्थली सबसे प्रसिद्ध है यहां श्री राम की बाल लीलाओं का वर्णन है।

Q 3. राम मंदिर की स्थापना कब हुई?

Ans. कई वर्षों तब चली कानूनी लड़ाई के बाद 22 जनवरी 2024 को भगवान राम लाल की प्राण प्रतिष्ठा हुई।

Q 4. अयोध्या राम मंदिर को बनने में कितने साल लगे थे?

Ans. अयोध्या राम मंदिर को बनाने में 3 साल 9 महीने और चार दिन लगे थे।

Q 5. अयोध्या राम मंदिर के लिए किसने दान दिया था?

Ans. अक्षय कुमार, अनुपम खेर और पवन कल्याण जैसे बहुत से दानी ने राम मंदिर के लिए दान दिया था।

 

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